नई दिल्ली: एस्सार ग्रुप के सह-संस्थापक शशिकांत रुइया का निधन हो गया है। वे 79 वर्ष के थे और उनका निधन मुंबई में हुआ। शशिकांत रुइया का योगदान न केवल एस्सार ग्रुप के विकास में था, बल्कि उन्होंने भारतीय उद्योग जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। उनके निधन से व्यापार और उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
एस्सार ग्रुप, जिसे शशिकांत रुइया और उनके भाई रविकांत रुइया ने 1970 के दशक में स्थापित किया था, आज एक प्रमुख भारतीय व्यापारिक साम्राज्य के रूप में जाना जाता है। इस ग्रुप का कारोबार कई क्षेत्रों में फैला हुआ है, जिनमें पेट्रोलियम, स्टील, ऊर्जा, और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रमुख हैं। एस्सार ने भारत के अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहुंच बनाई और कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को सफलतापूर्वक संचालित किया।
रुइया परिवार ने एस्सार ग्रुप को जिस दिशा में ले जाने का काम किया, वह भारतीय उद्योग जगत के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया। शशिकांत रुइया के नेतृत्व में एस्सार ने कई महत्वाकांक्षी निवेशों की शुरुआत की और भारतीय उद्योग को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई।
उनके निधन पर एस्सार ग्रुप के कर्मचारियों और उद्योग के अन्य प्रमुख व्यक्तित्वों ने शोक व्यक्त किया है। एस्सार ग्रुप ने एक बयान जारी कर कहा, "शशिकांत रुइया का योगदान और नेतृत्व हमारे लिए अनमोल था। उनका मार्गदर्शन हमेशा हमारी टीम के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगा।"
भारतीय उद्योग और व्यापार जगत में उनकी अनमोल धरोहर हमेशा जीवित रहेगी। शशिकांत रुइया का निधन न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे व्यापारिक समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति है।
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